
आस्था का उमड़ा जन सैलाब: परम पूज्य गुरुदेव को किया दंडवत प्रणाम : भजन संध्या हुए सम्मिलित
रिपोर्टर दिलीप कुमरावत MobNo 9179977597
मनावर। श्री श्री 1008 श्री गजानन महाराज (श्री अंबिका आश्रम) बालीपुरधाम में गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर भक्तों द्वारा परम पूज्य बाबा जी को नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरु भक्तों की संख्या 9 जुलाई से ही जुट गई थी। आश्रम गुरु भक्तों से खचाखच भर गया। रात भर भजन कीर्तन हुए। गुरु वंदना की गई।
इस अवसर पर गुरु भक्तों ने श्री श्री 1000 श्री गजानन महाराज की चरण पादुका एवं प्रतिमा को नमन कर पूजन किया गया। हजारों भक्तों ने अपने गुरुदेव बाबा जी की तपस्थली पर उन्हें नमन कर याद किया। अपने गुरु के प्रति अपार श्रद्धा, आस्था, विश्वास और भक्तिभाव के साथ आशीर्वाद प्राप्त किया।
गुरु पदम पुराण के अंतर्गत उल्लेखनीय है चरण पादुका का महत्व। बताया जाता है कि केवल चरणों की रज माथे पर लगाने से अपने में अटूट ज्ञान की उत्पत्ति होती है।
उल्लेखनीय है कि श्री बालीपुरधाम में हजारों की संख्या में गुरुभक्त आकर दर्शन और प्रसादी ग्रहण करते हैं। यहां ईमानदारी, सामाजिक कार्य में सक्रीय भागीदारी तथा बड़ों के प्रति सेवाभाव देखा गया। अपने आचार और विचार में शुद्धता रखना तथा प्रतिदिन माता-पिता के चरणों को छुकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना यही वाक्य श्री बाबा जी ने कहे थे। जिसे भक्तगण आत्मसात कर गुरु भक्ति में लिन होकर सेवाकार्य करते है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक बस भरकर भक्तों की टोली आई जिन्होंने रातभर जो रात भर भजन कीर्तन किया। अलीराजपुर जिले से गुरुपद यात्रा गुरु जी की पालकी लेकर आई।
भक्तों ने बताया कि गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व बालीपुरधाम में श्रद्धाभाव से मनाया गया। हनुमान जी के मंदिर में पूजन आरती कर वापस बाबा जी की तपस्थली पर आकर रामायण जी, गुरु की आरती की गई।
इस अवसर पर आश्रम में गुरु भक्तों के लिए 50 क्विंटल नुकदी, 30 कि्वंटल सेव बनाई गई। भक्तों ने सब्जी पुरी, दाल चावल, नुकदी सेव, की प्रसादी ग्रहण की।
गुरु भक्तों ने कहा कि श्री श्री गजानन जी महाराज हमेशा कहते थे कि काल जाए पर कर्म न जाए। हमेशा सात्विक जीवन जीना और गुरु के प्रति अपराध श्रद्धा रखना ही मनुष्य का परम कर्तव्य है।
रात्रि कालीन कार्यक्रम में उज्जैन के सुप्रसिद्ध गायक सनी अलबेला द्वारा भजनों की सुंदर प्रस्तुति दी गई।